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Wednesday, February 4, 2009

अमा !!

अमा ! गिठाने खोनले के लिए नाखून बडाए थे ,
खामोखां लोग खूखार समझ बैठे ।
(नुख्ते ख़ुद लगाएं !)

1 comment:

Farhan said...

subhan Allah subhan Allah....